FACTS ABOUT HANUMAN CHALISA REVEALED

Facts About hanuman chalisa Revealed

Facts About hanuman chalisa Revealed

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[RamDoota=Lord Ram messenger; atulita=calculated; atilita=immeasurable; bala=electric power; dhama=abode; Anjani=of Anjana; putra=son; pavana=wind; suta=son; naama=name]

व्याख्या – मनुष्य के जीवन में प्रतिदिन–रात्रि में चारों युग आते–जाते रहते हैं। इसकी अनुभूति श्री हनुमान जी के द्वारा ही होती है। अथवा जागृति, स्वप्न, सुषुप्ति एवं तुरीय चारों अवस्थाओं में भी आप ही द्रष्टारूप से सदैव उपस्थित रहते हैं।

व्याख्या – श्री हनुमान जी को जन्म से ही आठों सिद्धियाँ प्राप्त थीं। वे जितना ऊँचा चाहें उड़ सकते थे, जितना छोटा या बड़ा शरीर बनाना चाहें बना सकते थे तथा मनुष्य रूप अथवा वानर रूप धारण करने की उनमें क्षमता थी।

भावार्थ – हे महाप्रभु हनुमान जी! संसार के जितने भी कठिन कार्य हैं वे सब आपकी कृपामात्र से सरल हो जाते हैं।

TumhareTumhareYour bhajanaBhajanaDevotion / chanting rāma RāmaLord Rama koKoTo pāvaiPāvaiTakes to / gives / received

बल बुधि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार॥

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भावार्थ – आपकी शरण में आये हुए भक्त को सभी सुख प्राप्त हो जाते हैं। आप जिस के रक्षक हैं उसे किसी भी व्यक्ति या वस्तु का भय नहीं रहता है।

kānanaKānanaEars KundalaKundalaEar kunchitaKunchitaCurly / long KeshaKeshaHair This means: You might have golden colored physique shining with superior-wanting attire. You have wonderful ear-rings with prolonged curly hair.

राम लखन सीता मन बसिया ॥८॥ सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।

A person who comes to You with any longing or simply a sincere wish obtains the abundance of your manifested fruit, which stays undying in the course of lifestyle.

japataJapataKeep repeating / remembering / chanting nirantaraNirantaraContinuously / consistently hanumata HanumataLord Hanuman bīrāBīrāBrave Meaning: By frequently chanting your title brave Hanuman, all illnesses, pains, and sufferings will probably be eradicated.

यहाँ हनुमान जी के स्वरूप की तुलना सागर से की गयी। सागर की दो विशेषताएँ हैं – एक तो सागर से भण्डार का तात्पर्य है और दूसरा सभी वस्तुओं की उसमें परिसमाप्ति होती है। श्री हनुमन्तलाल जी भी ज्ञान के भण्डार हैं और इनमें समस्त गुण समाहित हैं। किसी विशिष्ट व्यक्ति का ही जय–जयकार किया जाता है। श्री हनुमान जी ज्ञानियों में अग्रगण्य, click here सकल गुणों के निधान तथा तीनों लोकों को प्रकाशित करने वाले हैं, अतः यहाँ उनका जय–जयकार किया गया है।

He whoever recites this hundred situations, his chains of Bondage will probably be Slash, Fantastic contentment will be his.

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